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2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

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अब गुरूजी देंगे नाचकर और गाकर स्वर-व्यंजन का ज्ञान : ट्रेनिंग का विडियो सरकारी शिक्षा के लिए खूब जतन और प्रयोग होते रहते हैं । सरकार झक मरकर भी सरकारी शिक्षा के स्तर को ऊंचा नहीं उठा पा रही है। और अब सरकारी शिक्षा में यह नवीन प्रयोग प्रारम्भ हो गया है। सरकारी शिक्षक अब गाकर – नाचकर स्कूली बच्चों (प्राइमरी) को क, ख, ग, घ, … स्वर-व्यंजन का ज्ञान देंगे। दरअसल सरकारी शिक्षा की मजबूरी यह है कि वह स्वयम को आधुनिक शिक्षा पर ढाल नहीं पा रही । शिक्षा के लिए उपलब्ध वित्तीय व्यवस्था तो विभाग में तनख्वाह आदि में ही निपट जा रहा है। जहां राष्ट्र डिजिटल युग में आगे बढ़ चला है, वहीं  सरकारी शिक्षा ढाक के तीन पात बनी हुई । सरकार शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर लैस करने में नाकामयाब सिद्ध हो रही है। तुलनात्मक अध्ययन करें तो आप पाएंगे कि, शिक्षण के लिए जहां निजी स्कूलों में डिजिटल साधनों का प्रयोग प्रचलन में आये बरसों हो गये हैं, सरकारी शिक्षा साधन विहीन बनी हुयी हैं। शिक्षा विदों के लिए भी समस्या है कि वह सीमित संसाधनों में बच्चों को कैसे बेहतर प्रयोग सिखाएं। उसके दृष्टिगत अब इस प्रकार के अभिनव...

योग विचार / Yoga Thoughts

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आज 21 जून विश्व योग दिवस है के अवसर पर हम आपके लिए दो अति महत्वपूर्ण सूत्र वाक्य लेकर आये हैं: 1. “जब आप श्वास भीतर को खींचते हैं, तब आप इश्वर से उर्जा प्राप्त कर रहे होते हैं; और जब आप श्वास को बाहर करते हैं, तो वह आपके द्वारा संसार को प्रदत्त की जाने वाली सेवा को परिलक्षित करती है.”  योग गुरु, बी.के.एस अयंगर 2. “योग ‘योग 99 प्रतिशत प्रयोगात्मक है और केवल 01 प्रतिशत  सिद्धांतिक  है ” – अष्टांग योगगुरु पट्टाभि जोइस तो मित्रों, श्वास क्रियाएं करें और योग से शरीर, मस्तिष्क और आत्मा तीनों को ही सुन्दर बनाएं. बुधवार, 21 जून 2017 आपके लिए मंगलकारी हो! (साभार: आरटीआई राईट टू इनफार्मेशन एकाउंट्स एंड ऑडिट न्यूज़) Good Morning! Happy International Yoga Day! Today on this 21st June ‘Yoga Day’, we are producing two beautiful Yoga quotes for you: 1. “When you inhale, you are getting the strength from God. When you exhale, it represents the service, you are giving back to the world.”  – Yoga Guru, B. K. S. Iyengar 2. “Yoga is 99 percent practice and one ...

क्या मैं एक मरते शहर का गवाह हूँ? : एक खुली पाती मेयर साहब के नाम!

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क्या मैं एक मरते शहर का गवाह हूँ? देहरादून के मेयर श्री विनोद चमोली समेत समूची उत्तराखंड सरकार के नाम सन 2017 मे "सैनिक शिरोमणि" मनोज ध्यानी द्वारा देहरादून नगर की पर्यावरणीय एवं परिस्थितिकी चिंताओं को लेकर एक खुली पाति! परम श्रेष्ठ देहरादून नगर के प्रथम नागरिक महोदय, हमारे दिल अजीज, नगर मेयर साहब, श्री श्री विनोद चमोली जी, और साथ में समूची प्रदेश सरकार! सर्वप्रथम तो मैं अपनी इस धृष्टता पर आपसे क्षमा प्रार्थी हूँ, कि आपको देहरादून नगर के ऐतिहासिक स्थल और वस्तुत: पूरे नगर (देहरादून) की बदहाल मरणासन्न स्थिति से अवगत कराने हेतु, मैं आपकी ‘ कुम्भकरणी नींद’  में खलल डाल रहा हूँ. मेरा मानना है कि यह पाती या तो नगर के चहुंमुखी विकास का द्वार निर्मित करेगी अथवा आप अपनी कुर्सी से चिपके साहबान की कृपा से, हम सब नगर वासी बस यही गुनगुनाते रह जायेंगे कि  ‘क्या मैं एक मरते शहर का गवाह हूँ?’ देहरादून के प्रसिद्ध गाँधी पार्क मे राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि अर्पित करते भक्तानुरागी मुकुंद कृष्ण दास ("सैनिक शिरोमणि" मनोज ध्यानी) एवं अन्य सभ्राँत नागरिकगण) मैं आपको बताना चाहता...

क्या आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण में फर्जीवाडा हुआ है? अगर सीबीआई जांच हो, तो जांच नतीजे बेहद विस्मयकारी होंगे!

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क्या आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण में फर्जीवाडा हुआ है? क्या आन्दोलनकारियों को दी गई नौकरियों में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जो इसकी पात्रता शर्तों को पूरा नहीं करते हैं? क्या आन्दोलनकारियों को पेंशन दिए जाने वालों में ऐसे लोग भी हैं, जो वास्तव में आन्दोलन में, थे भी नहीं? अगर ऐसा हुआ है तो उत्तराखंड महिला मंच जिस आवाज़ को उठा रहा है, और पूरी प्रक्रिया की सी.बी.आई जाँच की मांग कर रहा है तो यह बेहद वाजिब है. सूत्र बताते हैं कि, 'उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानिं संघ (पंजीकृत) ने वर्ष 2011 में ही एक विशेल ब्लोअर पत्र के माध्यम से  सरकार को आगाह कर दिया था कि राज्य आन्दोलनकारियों के चिन्हीकरण और नौकरी अथवा पेंशन देयता में ऐसे लोग आवेदन कर लाभ ले रहे हैं, जिनका राज्य आन्दोलन से दूर दूर तक का कोई वास्ता था ही नहीं. तब उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी संघ (पंजीकृत) ने बकायदा जिलाधिकारी देहरादून को एक गोपनीय पत्र के माध्यम से जानकारी प्रदान की थी, कि कैसे पूरा सिस्टम गलत लोगों को चिन्हित करने में लगा हुआ है. परन्तु क्या इसका दोषी शासन अथवा प्रशासन है? शायद हाँ; शायद नहीं? आन्दोलनकारियों के चि...

उत्तराखण्ड आन्दोलन के दौरान गढ़वाल मण्डल में मृतक/लापता/घायल आन्दोलनकारियोें को मुआवजा भुगतान राशि की सूची

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उत्तराखण्ड आन्दोलन के दौरान गढ़वाल मण्डल में मृतक/लापता आन्दोलनकारियोें को मुआवजा भुगतान राशि की सूची क्रम संख्या          नाम /पता    भुगतान की गई धनराशि 1. श्रीमती यशोदा उर्फ ज्योति त्रिपाठी ₹ 10,00,000/- पत्नी स्व0 उमाकान्त त्रिपाठी 2. श्रीमती जमुना बंगारी पत्नी श्री रायसिहं बंगारी, मसूरी ₹ 10,00,000/- 3. श्रीमति शान्ति मंमगाई पत्नी स्व0 श्री मदनमोहन मंमगाई ₹ 10,00,000/- 4. श्री भगवान सिंह पुत्र श्री जवाहर सिंह मंसूरी ₹ 10,00,000/- 5. श्रीमति प्यारी देवी पत्नी स्व0 श्री धनपथ सिंह ₹ 10,00,000/- 6. श्री धर्म सिंह चैहान, मंसूरी ₹ 10,00,000/- 7. श्रीमति इन्दिरा वालिया पत्नी स्व0 श्री औम प्रकाष वालिया, देहरादून ₹ 10,00,000/- 8. श्रीमति आनन्दी देवी पत्नी स्व0 श्री महेन्द्र सिंह, देहरादून ₹ 10,00,000/- 9. श्रीमति धनकुमारी पत्नी स्व0 श्री जोतबहादूर गुंरग, देहरादून ₹ 10,00,000/- 10. श्रीमति कमरा देवी पत्नी स्व0 श्री जोत सिंह चैहान, देहरादून ₹ 10,00,000/- 11. श्री वाचस्पति बद्री, निवासी अजबसिंह देहरादून  ₹ 10,00,000...