संदेश

जुलाई, 2017 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

VID 20170708 WA0084

चित्र
अब गुरूजी देंगे नाचकर और गाकर स्वर-व्यंजन का ज्ञान : ट्रेनिंग का विडियो सरकारी शिक्षा के लिए खूब जतन और प्रयोग होते रहते हैं । सरकार झक मरकर भी सरकारी शिक्षा के स्तर को ऊंचा नहीं उठा पा रही है। और अब सरकारी शिक्षा में यह नवीन प्रयोग प्रारम्भ हो गया है। सरकारी शिक्षक अब गाकर – नाचकर स्कूली बच्चों (प्राइमरी) को क, ख, ग, घ, … स्वर-व्यंजन का ज्ञान देंगे। दरअसल सरकारी शिक्षा की मजबूरी यह है कि वह स्वयम को आधुनिक शिक्षा पर ढाल नहीं पा रही । शिक्षा के लिए उपलब्ध वित्तीय व्यवस्था तो विभाग में तनख्वाह आदि में ही निपट जा रहा है। जहां राष्ट्र डिजिटल युग में आगे बढ़ चला है, वहीं  सरकारी शिक्षा ढाक के तीन पात बनी हुई । सरकार शिक्षकों को आधुनिक शिक्षा प्रणाली पर लैस करने में नाकामयाब सिद्ध हो रही है। तुलनात्मक अध्ययन करें तो आप पाएंगे कि, शिक्षण के लिए जहां निजी स्कूलों में डिजिटल साधनों का प्रयोग प्रचलन में आये बरसों हो गये हैं, सरकारी शिक्षा साधन विहीन बनी हुयी हैं। शिक्षा विदों के लिए भी समस्या है कि वह सीमित संसाधनों में बच्चों को कैसे बेहतर प्रयोग सिखाएं। उसके दृष्टिगत अब इस प्रकार के अभिनव...